जामताड़ा जिले का नाला, कोयले माफियाओं के लिए ऐशगाह 

मनीष बरणवाल 

जामताड़ा :जामताड़ा जिले का नाला थाना क्षेत्र कोयला माफियाओं के लिए ऐशगाह बन चुका है। यहां प्रशासन के नाक के नीचे या यूं कहें प्रशासन के सहमति से अवैध कोयले का कारोबार बदस्तूर जारी है। अगर यह ग़लत है तो ऐसा क्यों है कि प्रशासन के छापा मारने पर कुछ समय के लिए तो अवैध कोयले के कारोबार पर अंकुश तो लगता है लेकिन कुछ समय के बाद ही कोयले का काला कारोबार करने में माफिया सफल हो जाते हैं। विदित हो कि जिले के नाला थाना क्षेत्र के बेलडांगल में कोयला तस्करों के संगठित गिरोह द्वारा इन दिनों इसीएल के बंद पड़े खदानों से अवैध तरीके कोयला उत्खनन किया जा रहा है। इन क्षेत्रों से प्रतिदिन आठ से दस ट्रक कोयला उत्खनन कर बंगाल भेजा जा रहा है। वही पुलिस सारा कुछ देखते हुए भी मूकदर्शक बनी बैठी हुई है।

सूत्रों बताते हैं कि इन क्षेत्रों से प्रतिदिन चार से पांच सौ टन कोयला अवैध तरीके से उत्खनन किया जा रहा है और इन कोयले को 100 से 200 बैलगाड़ियों पर लोड कर उसे पश्चिम बंगाल भेजा जा रहा है। यह सारा खेल पुलिस के नजरों के सामने ही रहा है। लेकिन पुलिस सब कुछ देखते हुए भी मूकदर्शक बनी बैठी है। विदित हो कि इन दिनों नाला थाना क्षेत्र के कोयला माफिया काफी सक्रिय है। लोकल पुलिस और जिला प्रशासन को मैनेज कर धड़ल्ले से कोयले का अवैध कारोबार कर रहे है। कोयला माफिया प्रतिदिन 25 से 30 ट्रैक्टर लगाकर अवैध तरीके से कोयला का खुदाई कर रहे हैं। इससे सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। लेकिन इस मामले को लेकर जिला प्रशासन मौन है।

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